माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उत्तर प्रदेश में कला प्रवक्ता के सिलेबस (up tgt art syllabus) जारी किए गए हैं अतः कला वर्ग में प्रवक्ता की तैयारी करने के लिए यह सिलेबस के बारे में जानना आवश्यक है up tgt art syllabus निम्न प्रकार से है – –

Up Tgt Art Syllabus यूपी टीजीटी कला सिलेबस
भारत के प्रागैतिहासिक कलाकेन्द्र जैसे मिर्जापुर, भीमबैठका, सयगढ़, बाँदा, पंचमढ़ी, होशंगाबाद इत्यादि सिन्धु घाटी, सभ्यता की कला (हड़प्पा और मोहन जोदड़ों) भारतीय चित्रकला के छः अंक जोगीमारा अजन्ता, बाघ, बाढ़ामी, एलोरा, सित्तनवासल इत्यादि के विभत्तिचित्र, भारतीय लघु चित्रकला (जैन, पाल, अपभ्रंश) राजस्थानी, शैली (बूढ़ी, कोटा, किशनगढ़, जयपुर इत्यादि) मुगल शैली (अकबर, जहांगीर, शाहजहाँ, औरगंजेब) पहाडी शैली (कांगड़ा, बसौली, इत्यादि) बंगालशैली और उसके कलाकर जैसे अवनीन्द्र नाथ ठाकुर, नन्द लाल बोस, असित कुमार हल्दार डी०पी० राय चौधरी क्षितीन्द्र नाथ मजुमदार इत्यादि, समसामयिक चित्रकला और उसके मुख्य कलाकार, जैसे राजा रवि वर्मा, रवीन्द्र नाथ ठाकुर, गगनेन्द्र नाथ ठाकुर, यामिनी राय, अमृता शेरगिल, एन०एस०बेन्दे, के० के० हेब्बर, के एस० कुलकर्णी, एम०एफ० हुसैन के०एच० आरा इत्यादि । कला के तत्व जैसे रेखा आकार वर्ण तान, पोत अन्तराल, चित्र संयोजन के सिद्धान्त जैसे-सहयोग, सामंजस्य संतुलन, प्रभावितलय अनुपात, परिप्रेक्ष्य और उसका चित्रकला में महत्व।

Tgt Art Syllabus | यू.पी. टीजीटी कला सिलेबस
Tgt Art Syllabus में मुख्य रूप से ११ बिंदुओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है अगर इन्हे ध्यान पूर्वक समझ लगे तो यह आपके लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।
भारत के प्रागैतिहासिक कला के केंद्र जैसे –
मिर्जापुर, भीमबेटका, रायगढ़, बाँदा, पंचमढ़ी, होशंगाबाद
सिन्धुघाटी सभ्यता की कला
हड़प्पा तथा मोहनजोदड़ो सभ्यता की कला
भारतीय चित्रकला के 6 अंक (भित्ति चित्र)
जोगीमारा, अजन्ता, बाघ, बादामी, एलोरा, सित्तनवासल
भारतीय लघुचित्रः
जैन, पाल, अपभ्रंश शैली
राजस्थानी चित्रकला शैली
बूंदी शैली, कोटा शैली, किशनगढ़ शैली, जयपुर शैली
मुगलकाल की चित्रकला
अकबर, जहांगीर, शाहजहां, औरंगजेब
पहाड़ी चित्रकारी शैली
कांगड़ा शैली, बसौली शैली
बंगाल शैली एवं उनके कलाकार
अवनीन्द्रनाथ ठाकुर, नन्दलाल बसु (बोस), आसित कुमार हल्दार, डी.पी. राय चैधरी, क्षितेन्द्रनाथ
मजूमदारसमसामयिक चित्रकला एवं उसके मुख्य कलाकार
राजा रवि वर्मा, रविंद्र नाथ ठाकुर, गजेंद्र नाथ ठाकुर, अमृता शेरगिल, एनएस वेंद्रे, के एस कुलकर्णी, एम एफ हुसैन, के एच आरा, यामिनी राय, के के हैबर
कला के तत्व
रेखा, आकार, वर्ण, तान, पोत, अंतराल
चित्र समायोजन के सिद्धांत
सहयोग, सामंजस्य संतुलन, प्रभावित लय अनुपात, परिपेक्ष्य और उसका चित्रकला में महत्व ।